और भगवान डर गये – Bhagwan aur Bhakt ki Kahani सन्त नामदेव की बाल्यावस्था की घटना है। उनके पिता एक मन्दिर के पजारी थे। एक दिन उनके पिता को किसी कार्यवश बाहर जाना पड़ा। इसलिए उन्होंने नामदेव को मन्दिर में पूजा करने का भार सौंप दिया। (Bhagwan aur Bhakt ki Kahani) नामदेव पूजा करने बैठे। […]